यह कविता दादी के स्नेह और उनकी जीवन में विशेष भूमिका को दर्शाती है। दादी का प्यार और उनकी कहानियाँ बचपन की यादों में एक खास जगह रखती हैं। वह न केवल स्नेह देती हैं, बल्कि अपने अनुभवों से हमें जीवन के महत्वपूर्ण पाठ भी सिखाती हैं। उनकी मुस्कान से घर में एक सुकून और ममता का अहसास होता है।
उनकी निःस्वार्थ सेवा और आशीर्वाद जीवन को खुशहाल बनाते हैं। कविता में दादी को ज्ञान, प्रेम और दया का प्रतीक बताया गया है, जो हर पीढ़ी को जोड़कर रखती हैं।
“दादी: ममता की छाँव”
दादी की गोद में बैठकर,
हर दर्द भूल जाता हूँ,
उनकी प्यारी कहानियों में,
नया जहाँ मैं पाता हूँ।
सर्द हवाओं में उनका स्वेटर,
जैसे ममता का एहसास,
उनके हाथों की रोटियों में,
छुपा होता है हर मिठास।
झुर्रियों में बसी है दुनिया,
अनुभव का सागर गहरा,
उनकी दुआओं का है जादू,
हर मुश्किल को कर दे बहरा।
पलकों पर रखे सपने मेरे,
हर पल देती हैं आशीष,
दादी की छाँव में जीवन का,
हर रंग बन जाता है विशेष।
दादी, तुम हो ममता की मूरत,
संस्कारों की हो पहचान,
तुमसे ही तो घर में हरदम,
महकता है सारा जहान।
अर्थ (Meaning)
इस कविता में दादी को ममता, प्रेम, और स्नेह की मूर्ति के रूप में प्रस्तुत किया गया है। उनके जीवन के अनुभव और कहानियाँ हमें सही राह दिखाती हैं। उनकी गोद में बैठकर हम सुरक्षित और प्रेमपूर्ण महसूस करते हैं। दादी परिवार की वो जड़ हैं, जो पीढ़ियों को एक साथ बाँधती हैं। उनका स्नेह जीवन में न सिर्फ भावनात्मक सहारा देता है, बल्कि संस्कार और नैतिक मूल्यों को भी सहेजकर रखता है।
Frequently Asked Questions (FAQ)
1. कविता में दादी के बारे में क्या कहा गया है?
कविता में दादी को ममता, स्नेह और अनुभवों का खज़ाना बताया गया है, जिनका प्यार बचपन को खुशहाल और जीवन को मार्गदर्शन देता है।
2. कविता का मुख्य संदेश क्या है?
इस कविता का मुख्य संदेश यह है कि दादी का प्यार और उनकी शिक्षा जीवन की नींव होती है। उनके आशीर्वाद से परिवार एकजुट रहता है।
3. कविता का उद्देश्य क्या है?
इस कविता का उद्देश्य दादी के प्रति सम्मान और आभार व्यक्त करना है, जो अपने निस्वार्थ प्रेम और अनुभव से जीवन को सवांरती हैं।
4. कविता किसे समर्पित है?
यह कविता उन सभी दादियों को समर्पित है, जो अपनी ममता और ज्ञान से परिवार को सहेजकर रखती हैं।