किताब: ज्ञान की गहराइयाँ, हिंदी कविता

यह कविता “किताब” के महत्व को दर्शाती है। इसमें किताबों को ज्ञान और अनुभव का भंडार बताया गया है, जो हमारे जीवन को दिशा दिखाती हैं। किताबें न केवल अतीत और भविष्य को जोड़ती हैं बल्कि हमारे सोचने-समझने की क्षमता को भी विस्तार देती हैं।

“किताब: ज्ञान की गहराइयाँ”

किताबों में बसा है, ज्ञान का खजाना,
हर पन्ने पर लिखा, जीवन का तराना।
शब्दों की ये दुनिया, अनमोल और निराली,
कभी सिखाए हंसना, तो कभी दिखाए गली।

हर अल्फाज़ में छिपा, समय का संदेसा,
बीते कल की बातें, और भविष्य का दरेशा।
जो पढ़े इसे दिल से, वो रोशन करे जहाँ,
किताबें ही हैं साथी, अंधेरों में जो बनें चिराग।

अर्थ:

कविता यह संदेश देती है कि किताबें केवल कागज का पुलिंदा नहीं हैं, बल्कि ये हमारे विचारों को परिष्कृत करती हैं। हर किताब में छिपा हुआ ज्ञान हमें न केवल जीवन जीने का तरीका सिखाता है बल्कि हमारी आत्मा को भी संतुष्टि देता है। किताबें हमें सपनों की दुनिया से जोड़ती हैं और जीवन में मार्गदर्शक का काम करती हैं।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

  1. कविता “किताब” लिखने की प्रेरणा क्या थी?
    • इस कविता की प्रेरणा किताबों के प्रति प्रेम और उनके जीवन में योगदान को समझना था।
  2. किताब को ज्ञान का भंडार क्यों कहा गया है?
    • क्योंकि किताबें विभिन्न विषयों और अनुभवों का संग्रह हैं, जो व्यक्ति को हर तरह से शिक्षित करती हैं।
  3. किताबें क्यों पढ़नी चाहिए?
    • किताबें पढ़ने से ज्ञान, कल्पनाशक्ति, और आत्मविश्वास बढ़ता है। यह हमें समाज और संस्कृति को बेहतर तरीके से समझने में मदद करती हैं।
  4. क्या किताबें किसी भी उम्र में पढ़ी जा सकती हैं?
    • हां, किताबें हर उम्र के लिए हैं। बच्चों के लिए कहानियां, युवाओं के लिए प्रेरणा, और बुजुर्गों के लिए अनुभव—हर आयु वर्ग के लिए कुछ न कुछ होता है।

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