“प्रकृति का आँगन”हिंदी कविता

इस कविता में प्रकृति की सुंदरता और उसके विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है। कवि ने जंगलों, नदियों, पर्वतों और सागर के साथ-साथ सूरज, बादल और पेड़ों की महत्ता को दर्शाया है। प्रकृति का हर तत्व जीवन के लिए अनमोल है और इसमें असीम शांति और प्रेरणा है।

यह कविता हमें प्रकृति के संरक्षण और उसके प्रति सम्मान की भावना जगाने का संदेश देती है।

कविता:

हरे-भरे जंगल, लहराती नदियाँ,
प्रकृति की गोद में बसीं रंगीन कलियाँ।
चहचहाते पंछी, गगन में उड़ते,
फूलों की महक से मन हैं जुड़ते।

सूरज की किरणें सुनहरी कहानी,
बादलों की छाँव में सजी है रवानी।
पर्वत की ऊँचाई, सागर की गहराई,
हर कोने में बसी है प्रकृति की अच्छाई।

पेड़ों की शाखों पर झूलता है जीवन,
प्रकृति का हर पल है असीम अनमोल धन।
संभालो इस सौंदर्य को, करो इसका मान,
प्रकृति से ही बनेगा, धरती का सम्मान।

अर्थ (Meaning)

कविता “प्रकृति का आँगन” में जीवनदायिनी प्रकृति के विविध रूपों का गुणगान किया गया है। पेड़-पौधों, नदियों, पर्वतों और जीव-जंतुओं की महत्ता को दर्शाते हुए यह कविता हमें प्रकृति के प्रति संवेदनशील बनाती है। यह हमें याद दिलाती है कि प्रकृति की देखभाल करना, जीवन की देखभाल करना है। यदि हम प्रकृति को सुरक्षित रखेंगे, तो धरती और हमारा भविष्य दोनों सुरक्षित रहेंगे।

Frequently Asked Questions (FAQ)

1. कविता में प्रकृति के कौन-कौन से रूपों का वर्णन किया गया है?
कविता में जंगल, नदियाँ, पर्वत, सागर, सूरज की किरणें, बादल, फूल, और पंछियों का वर्णन किया गया है।

2. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
कविता का मुख्य संदेश है कि हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए और उसके संरक्षण के लिए जागरूक होना चाहिए।

3. कविता हमें क्या सिखाती है?
यह कविता हमें सिखाती है कि प्रकृति में हर चीज का महत्व है और इसे सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है।

4. इस कविता का उद्देश्य क्या है?
इस कविता का उद्देश्य प्रकृति की सुंदरता का बखान करना और लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक बनाना है।

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