यह कविता भारतीय फौजी की निडरता, बलिदान और देशभक्ति को समर्पित है। इसमें फौजी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाया गया है—उसकी कठिनाइयाँ, संघर्ष, और वतन के प्रति उसकी अटूट निष्ठा। इस कविता में यह भी दिखाया गया है कि वह किस प्रकार हर रिश्ते को निभाते हुए भी, देश सेवा को अपनी प्राथमिकता मानता है।
कविता: फौजी का प्रण
सूरज के संग उठता है वो, सरहद की रक्षा का सपना लिए,
बर्फीली वादियों में चलता है वो, उम्मीदों की मशाल लिए।
माँ के आँचल का सहारा छोड़ा, वतन की मिट्टी गले लगाया,
तिरंगे की आन के लिए, हर दर्द को उसने अपनाया।
चोट खाई जब उसने, दर्द का एहसास न होने दिया,
देश के लिए जीता रहा, खुद को कभी खोने न दिया।
बारूद की गंध से सजी वो रातें, गोलियों की गूंज में भी है चैन,
सिर झुकाकर दुश्मन के आगे, ये फौजी कभी होता नहीं नैन।
हर गली, हर शहर, हर गाँव में उसकी गाथाएँ गाई जाती हैं,
वीरों की तरह उसके बलिदान की कहानी सुनाई जाती है।
वो बेटा, वो भाई, वो पिता, और वो पति,
हर रिश्ते को निभाया उसने, फिर भी रहा देश का सिपाही।
मिट्टी में सना उसका तन, फिर भी मन उज्ज्वल,
उसके दिल में है बस वतन, उसका हर कर्म अटल।
युद्धभूमि में चट्टान सा अडिग, न झुकने का उसका है प्रण,
हर फौजी की कहानी में, छुपा है उसका अमर जीवन।
अर्थ:
कविता यह संदेश देती है कि फौजी केवल एक व्यक्ति नहीं, बल्कि हमारी सुरक्षा और स्वतंत्रता का प्रतीक है। वह अपनी जान की परवाह किए बिना, देश की रक्षा के लिए अपने हर सपने, अपने परिवार और अपने जीवन का त्याग करता है। यह कविता हमें फौजी के बलिदान और उसके अदम्य साहस की सराहना करने के लिए प्रेरित करती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
1. यह कविता किसके लिए है?
यह कविता भारतीय सेना, फौजियों और उनके बलिदान को समर्पित है। यह उनके संघर्ष और निडरता को दर्शाती है।
2. कविता का मुख्य संदेश क्या है?
कविता का मुख्य संदेश यह है कि फौजी हमारे देश की रक्षा के लिए जो त्याग करता है, उसे समझा और सराहा जाना चाहिए।
3. फौजी के जीवन के कौन-कौन से पहलुओं को इसमें दिखाया गया है?
इस कविता में फौजी के संघर्ष, बलिदान, देशभक्ति, और उसके व्यक्तिगत जीवन के त्याग को दिखाया गया है।
4. क्या यह कविता केवल भारतीय फौजी के लिए है?
यह कविता विशेष रूप से भारतीय फौजी के लिए लिखी गई है, लेकिन इसका संदेश हर देश के सैनिकों के लिए उपयुक्त है।
5. कविता क्यों लिखी गई है?
यह कविता उन फौजियों के प्रति आभार और सम्मान व्यक्त करने के लिए लिखी गई है, जो अपने देश की सुरक्षा के लिए हर बाधा का सामना करते हैं।