“बचपन का साथी: हाथी” हिंदी कविता

हाथी, प्रकृति का अनमोल वरदान, अपनी अद्भुत शक्ति और सरलता के लिए जाना जाता है। उसकी ठहरावभरी चाल और स्नेहभरी आंखें उसे विशेष बनाती हैं। यह कविता हाथी के साथ बचपन की यादों को जीवंत करती है और उसे वन का सच्चा रक्षक और साथी बताती है। बच्चों का प्रिय हाथी न केवल कहानियों का हिस्सा है, बल्कि हरियाली और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह कविता हाथी के प्रति सम्मान और उसकी अद्वितीयता को दर्शाती है।

कविता:
“बचपन का साथी: हाथी”

मजबूत तन, सरलता का प्रतीक,
हाथी है वन का नायक अद्वितीय।
चाल में ठहराव, आंखों में नर्मी,
हर कदम में झलकती उसकी गरिमा।

मिट्टी से खेलता, जलधारा से नहाता,
बच्चों का मित्र, कहानी बन जाता।
वन का रक्षक, हरियाली का साथी,
उसके बिना अधूरा जंगल का माथा।

बचपन की यादें, हाथी की सवारी,
आज भी मन में जगाती खुशहाली।
प्रकृति का वरदान, हमारा अभिमान,
हाथी है धरती का सच्चा वरदान।

अर्थ:

हाथी केवल एक जानवर नहीं है, बल्कि वह प्रकृति और मानव के बीच के सामंजस्य का प्रतीक है। उसकी सादगी और ताकत, दोनों में संतुलन है। इस कविता के माध्यम से, हमने उसकी विशेषताओं और बचपन से जुड़ी यादों को संजोने का प्रयास किया है।


FAQ (सामान्य प्रश्न):

Q1. हाथी को वन का रक्षक क्यों कहा गया है?
हाथी जंगल में पेड़-पौधों के बीज फैलाने और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने में मदद करता है।

Q2. कविता में हाथी का बचपन से क्या संबंध है?
हाथी बचपन की सवारी और कहानियों का प्रिय पात्र होता है, जो हर बच्चे की यादों में बसा रहता है।

Q3. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
यह कविता हाथी के प्रति सम्मान और उसकी पर्यावरणीय भूमिका को समझाने का प्रयास करती है।

Leave a Comment