वतन की शान: हिंदी कविता

यह कविता देशभक्ति और मातृभूमि के प्रति प्रेम को व्यक्त करती है। इसमें वीर सैनिकों की शौर्यगाथा का वर्णन है, जो अपने प्राणों की आहुति देकर देश की रक्षा करते हैं। इसमें किसान, श्रमिक और आम नागरिकों की मेहनत को भी सम्मान दिया गया है। कविता एकता, भाईचारे और देश की उन्नति की प्रेरणा देती है।

कविता:

देश की माटी, देश की गाथा,
हम सबकी यह पहचान है।
वीरों की कुर्बानी से ऊँचा,
मेरा भारत महान है।

सरहद पर जो प्रहरी बनते,
नहीं डरते तलवारों से,
देश की रक्षा खातिर झूमें,
आँधियों और बवंडारों से।

माँ की गोदी, खेत की मिट्टी,
हर कण में है अमर कहानी,
जल, जंगल, पर्वत सब कहते,
हम सबको है जान से प्यारी।

एकता की डोर न तोड़ो,
मिलकर कदम बढ़ाना है,
भाईचारे का दीप जलाकर,
देश को आगे लाना है।

जय जवान और जय किसान,
नारा गूँजे हर आंगन में,
भारत माता की जय बोलो,
हर जनमन की इस धड़कन में।

अर्थ:

“वतन की शान” कविता हमें देश के प्रति समर्पण, त्याग और निष्ठा का संदेश देती है। यह कविता हमें बताती है कि देश की सुरक्षा और विकास में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है। चाहे वह सैनिक हों, किसान हों, या आम नागरिक, सब मिलकर ही भारत को महान बनाते हैं। हमें अपनी संस्कृति, परंपरा और देश की एकता को बनाए रखना चाहिए और हर परिस्थिति में देशहित को सर्वोपरि रखना चाहिए।

FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

1. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?

इस कविता का मुख्य संदेश देशभक्ति, एकता और त्याग है। यह हमें बताती है कि भारत की रक्षा और विकास के लिए सभी नागरिकों को मिलकर कार्य करना चाहिए।

2. यह कविता किन-किन वर्गों को समर्पित है?

यह कविता सैनिकों, किसानों, श्रमिकों और प्रत्येक भारतीय नागरिक को समर्पित है, जो देश के विकास और सुरक्षा में योगदान देते हैं।

3. इस कविता में कौन-कौन से महत्वपूर्ण मूल्य शामिल किए गए हैं?

इस कविता में साहस, त्याग, एकता, भाईचारा, और देशप्रेम जैसे महत्वपूर्ण मूल्य शामिल किए गए हैं।

4. इस कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?

हमें अपने देश के प्रति सच्ची निष्ठा रखने, एकता बनाए रखने, और अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाने की प्रेरणा मिलती है।

5. इस कविता को कौन-कौन पढ़ सकता है?

यह कविता सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त है, विशेष रूप से छात्रों, युवाओं और देशप्रेमियों के लिए। इसे किसी भी देशभक्ति कार्यक्रम या विशेष अवसर पर पढ़ा जा सकता है।

जय हिंद! वंदे मातरम्! 🚩

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