पापा की परछाई, हिंदी कविता
यह कविता पापा की ममता, संघर्ष और निःस्वार्थ प्रेम को दर्शाती है। कवि पापा के कंधों पर बैठकर दुनिया को छोटा पाता है, उनकी उंगलियों को पकड़कर हर मुश्किल को पार करता है। पापा की सख्ती के पीछे छिपे नरम दिल को महसूस करता है। उनके अथक परिश्रम और मार्गदर्शन से बच्चों के सपने संवरते … Read more