“आसमान छूने की चाह: प्रेरणादायक कविता जो आपको सपनों की ओर बढ़ने की ताकत देती है”

"आसमान छूने की चाह:

आसमान छूने की चाह कविता प्रेरणा और आत्मविश्वास का प्रतीक है। यह बताती है कि अगर हौसला हो तो बिना पंखों के भी उड़ान भरी जा सकती है। कठिनाइयों के बावजूद हर समस्या का हल और जीत का रास्ता मौजूद है। यह कर्मों की महत्ता को दर्शाती है और समझाती है कि असफलता के बाद … Read more

सूरदास का पद: ‘मैया मोहि मैं नहीं माखन खायो’ – बालकृष्ण की नटखट लीलाओं का काव्य चित्रण

मैया मोहि मैं नहीं माखन खायो

सूरदास द्वारा रचित “मैया मोहि मैं नहीं माखन खायो” बाल-कृष्ण की बाल-लीलाओं का एक सजीव चित्रण है। इस पद में बालकृष्ण अपनी माँ यशोदा के सामने खुद पर लगे माखन चोरी के आरोप को नकारते हुए अपनी मासूमियत और चंचलता का प्रदर्शन करते हैं। कविता (मूल पद) मैया मोहि मैं नहीं माखन खायो।ख्याल परै ये … Read more