ममता की छांव – दीदी, हिंदी कविता
इस कविता में दीदी के प्यार, देखभाल, और उनकी भूमिका को सराहा गया है। दीदी न केवल एक बहन हैं, बल्कि एक मार्गदर्शक, संरक्षक, और ममता की मूरत भी हैं। ममता की छांव – दीदी तेरी हंसी में बहारें छिपी हैं,तेरी डांट में दुलार की नमी है।दीदी, तू तो ममता की मूरत है,तेरी हर बात … Read more