यह कविता चंदा मामा और तारों की खूबसूरती का वर्णन करती है। कविता में बताया गया है कि चांद और तारे रात को कैसे चमकते हैं और बच्चों को अपनी उजली चाँदनी से खुश करते हैं। यह कविता बच्चों को प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने और उनकी कल्पनाओं को बढ़ावा देने के लिए लिखी गई है।
चंदा मामा प्यारे हैं
चंदा मामा प्यारे हैं,
आसमान के तारे हैं।
रात में जगमग करते हैं,
सबको खुशियाँ देते हैं।
सूरज के संग खेलते हैं,
बादल संग छुप-छुप रहते हैं।
चुपके से झाँकें धरती पर,
बिखेरें चाँदनी सुंदर।
प्यारे चंदा, प्यारे तारे,
जग में लाते उजियारे।
बच्चे गाएँ इनके गाने,
खुशियाँ भरें दिलों के तहख़ाने।
अर्थ:
- पहला भाग:
चांद और तारे रात के आकाश में चमकते हुए दिखते हैं। वे हर किसी को अपनी रोशनी से प्रसन्न करते हैं। - दूसरा भाग:
चांद और सूरज की दोस्ती का जिक्र है। चांद, बादलों के साथ छुपन-छुपाई खेलता है और धरती पर अपनी चाँदनी बिखेरता है। - तीसरा भाग:
कविता के अंत में चांद और तारों को धरती पर उजियारा लाने वाले के रूप में दिखाया गया है। बच्चे उनके बारे में गाते हैं और उनसे प्रेरित होते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ):
- यह कविता किस आयु वर्ग के बच्चों के लिए उपयुक्त है?
यह कविता 5-10 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए उपयुक्त है। - कविता का उद्देश्य क्या है?
बच्चों में प्रकृति के प्रति प्रेम और कल्पनाशक्ति को प्रेरित करना। - क्या यह कविता स्कूल की गतिविधियों में उपयोग हो सकती है?
हां, यह कविता स्कूल की हिंदी पाठ्यक्रम गतिविधियों या बाल कविता प्रतियोगिताओं के लिए बिल्कुल उपयुक्त है। - इस कविता में किस साहित्यिक उपकरण का उपयोग हुआ है?
कविता में सरल तुकबंदी (राइम) और चित्रात्मक भाषा का प्रयोग किया गया है।