यह कविता जीवन की अस्थिरता, उसकी विविधता, और उसके हर पहलू की सुंदरता को व्यक्त करती है। इसमें बताया गया है कि जीवन एक निरंतर चलने वाला प्रवाह है, जिसमें कभी खुशियों की बौछार होती है तो कभी ग़म के तूफान।
बचपन, जवानी, और बुढ़ापा—हर चरण का अपना अलग महत्व है। कविता हमें प्रेरित करती है कि हम जीवन को पूरी तरह से जिएं और इसे अर्थपूर्ण बनाएं।
जीवन पर कविता
जीवन एक प्रवाह है, रुकता नहीं,
हर मोड़ पर एक नया सबक सिखाता नहीं।
सूरज की किरणों सा हर दिन चमकता,
चाँदनी रातों में ख्वाबों को सजाता।
कभी खुशियों की बारिश, कभी ग़म का तूफ़ान,
कभी आसमान सा ऊँचा, कभी बिखरा इंसान।
जीवन की गहरी गहराई को समझो,
हर पल में छुपा है सौंदर्य, इसे अनुभव करो।
बचपन की हंसी, जवानी की उड़ान,
बुढ़ापे का सुकून, ये सब है समान।
हर रंग है ज़िंदगी का अपना अनोखा,
सफर है इसका खूबसूरत, हर लम्हा अनमोल।
जीवन को जीओ, इसे व्यर्थ न जाने दो,
हर मुश्किल को पार कर, मंज़िल पाने दो।
खुद से प्यार करो, दूसरों का मान रखो,
जीवन को मधुर गीत सा अर्थपूर्ण बनाओ।
अर्थ:
- जीवन की प्रवाहशीलता:
कविता बताती है कि जीवन रुकने वाला नहीं है। यह हर समय आगे बढ़ता है और हमें नए-नए अनुभव देता है। - खुशियां और ग़म:
जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। यह कभी खुशियों की बारिश लाता है तो कभी मुश्किलों का सामना करवाता है। - हर पल की अहमियत:
कविता हमें हर पल को महत्व देने और उसका आनंद लेने की प्रेरणा देती है। - प्रेरणा:
जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियां आएं, हमें उसे पूरी शक्ति और साहस के साथ जीना चाहिए।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
- इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
- इस कविता का मुख्य संदेश है कि जीवन को हर परिस्थिति में स्वीकार करें और इसे पूरी तरह जिएं।
- कविता में जीवन के किस-किस चरण का उल्लेख किया गया है?
- कविता में बचपन, जवानी, और बुढ़ापे के विभिन्न चरणों का उल्लेख किया गया है।
- यह कविता हमें क्या सिखाती है?
- यह कविता हमें सिखाती है कि जीवन में मुश्किलें और खुशियां दोनों आती हैं, और हमें हर परिस्थिति का आनंद लेना चाहिए।
- कविता का शीर्षक ‘जीवन का प्रवाह’ क्यों रखा गया है?
- क्योंकि यह कविता जीवन की निरंतरता और इसके बदलते स्वरूप को दर्शाती है।