माँ, ममता की छाँव और सुकून का संसार हिंदी कविता

यह कविता माँ के असीम प्रेम, त्याग और ममता को समर्पित है। माँ का आँचल जीवन की सबसे सुरक्षित जगह है, जहाँ सुकून और प्रेम मिलता है। माँ हमें हर मुश्किल से उबारती है और सही राह पर चलना सिखाती है। बचपन से लेकर जीवन के हर पड़ाव तक माँ का योगदान अतुलनीय होता है। कविता में माँ की महिमा का गुणगान किया गया है और बताया गया है कि माँ के बिना जीवन अधूरा है।

माँ पर कविता

सृष्टि का सबसे प्यारा नाम,
जिसमें बसी है सारी दुनिया की शाम।
माँ, तेरा आँचल जैसे नीला आसमान,
हर दुःख को समेट लेती, तू ही भगवान।

तेरी गोद में है सुकून का जहाँ,
तेरी ममता से महके हर जीवन का बाग़।
तेरे आँचल की छाँव तले,
बचपन खिलखिलाता, जैसे फूल खिले।

कभी डाँट से सीख दी, कभी प्यार से सँवारा,
हर राह में चलना सिखाया, हर मुश्किल से उबारा।
माँ, तेरे बिना ये जीवन अधूरा,
तू ही मेरे सपनों का सवेरा।

तेरी हँसी से जग रोशन होता है,
तेरे आँसू से दिल दुखता है।
तू धरती, तू अंबर, तू है मेरी दुनिया,
तू ही है मेरा सबसे अनमोल सपना।

ओ माँ, तुझसे बढ़कर कुछ नहीं,
तेरी छाँव में ही है मेरी जिंदगी सही।
तेरा ऋण न चुका पाऊँगा कभी,
माँ, तेरा प्यार है अनमोल, सबसे सच्चा, सभी।

अर्थ (Meaning):

माँ केवल एक शब्द नहीं है बल्कि भावनाओं का सागर है। माँ का प्रेम निःस्वार्थ होता है और वह अपने बच्चों के लिए किसी भी त्याग से पीछे नहीं हटती। माँ की ममता से भरा आँचल सुरक्षा और प्रेम का प्रतीक है। माँ हमें न केवल जीवन देती है, बल्कि जीवन जीने की सही राह भी दिखाती है। इस कविता में माँ को ईश्वर के समान माना गया है क्योंकि वह अपने बच्चों के लिए दुनिया की हर परेशानी सहन कर लेती है।

(FAQs):

1. इस कविता का मुख्य विषय क्या है?
उत्तर: इस कविता का मुख्य विषय माँ का निःस्वार्थ प्रेम, त्याग और ममता है, जो जीवन का आधार है।

2. कविता में माँ की तुलना किससे की गई है?
उत्तर: कविता में माँ की तुलना ईश्वर से की गई है, क्योंकि माँ का त्याग और प्रेम असीमित होता है।

3. कविता का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: कविता का उद्देश्य माँ के महत्व को समझाना और उनकी ममता, त्याग और प्यार को सम्मान देना है।

4. माँ के आँचल को किससे तुलना की गई है?
उत्तर: माँ के आँचल की तुलना नीले आसमान और सुकून देने वाली छाँव से की गई है।

5. माँ के बिना जीवन कैसा है?
उत्तर: माँ के बिना जीवन अधूरा और दिशा-हीन होता है, क्योंकि माँ जीवन का मार्गदर्शन करती हैं।

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