नंदियों पर हिंदी कविता

यह कविता नंदियों (खुशियाँ और सुख) की महत्ता को दर्शाती है। कविता में नंदियों को एक प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो हमारे जीवन में खुशियाँ, सुकून और प्यार लाती हैं। यह हमें यह समझाने की कोशिश करती है कि खुशियाँ हमारे जीवन के हर पहलू में बसी होती हैं और हमें इन्हें अपने दिल में महसूस करना चाहिए।

नंदियों पर कविता

नंदियों की सीरी में छुपी है हर ख़ुशी,
हर आँगन में बसी है चाँदनी सी सुष्मि।
हर कदम में बसी है सुकून की बयार,
नंदियों का अहसास लाता है प्यार।

हवा में गूंजे जैसे मीठी सी तान,
मन में बसी हो जैसे सुख-संवेदन की जान।
नंदियाँ बिखेरें रंगों से भरी रौशनी,
हर दिल में सजे सुख-समृद्धि की कहानी।

अर्थ 

  • नंदियाँ – खुशी, सुकून, और समृद्धि का प्रतीक।
  • सीरी – आभूषण की तरह, यहाँ पर नंदियाँ बिखरी हुई खुशियों से तुलना की गई है।
  • सुकून की बयार – शांति और संतोष की भावना।
  • चाँदनी सी सुष्मि – जैसे चाँदनी रात में शांति और सुंदरता होती है, वैसे ही नंदियाँ जीवन में संतुलन और आनंद लाती हैं।
  • रंगों से भरी रौशनी – जीवन में खुशियाँ और आशाएँ।

FAQ (Frequently Asked Questions)

1. नंदियों पर कविता का उद्देश्य क्या है?

  • इस कविता का उद्देश्य जीवन में खुशियों, सुकून, और प्यार के महत्व को उजागर करना है। नंदियाँ (खुशियाँ) हर पल हमारे आस-पास होती हैं, बस हमें उन्हें महसूस करना चाहिए।

2. क्या ‘नंदियाँ’ का कोई विशेष अर्थ है?

  • हाँ, ‘नंदियाँ’ का अर्थ खुशी, आनंद और संतोष से है। यह कविता में जीवन में सुख और खुशियाँ लाने वाली शक्ति का प्रतीक है।

3. कविता में ‘सुकून की बयार’ का क्या मतलब है?

  • ‘सुकून की बयार’ का मतलब है शांति और संतोष की वह हवा जो हमारे जीवन को शांति से भर देती है।

4. क्या इस कविता में केवल खुशियों की बात की गई है?

  • हाँ, इस कविता का मुख्य उद्देश्य खुशियाँ और आनंद के महत्व को दिखाना है, और यह हमें यह समझाने का प्रयास करती है कि खुशियाँ हमारे जीवन के हर पहलू में बसी होती हैं।

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