“संध्या की गोधूलि: नदी के अंचल में” हिंदी कविता
यह कविता नदी के तट पर एक अद्भुत संध्या का वर्णन करती है। सूर्यास्त के समय सुनहरी किरणें पानी पर झिलमिलाती हैं, और नाव का धीमा-धीमा बहाव शांति और सुकून का अनुभव कराता है। क्षितिज पर जहां आसमान और पानी मिलते हैं, वह दृश्य एक चित्रकार की अद्भुत रचना सा प्रतीत होता है। यह कविता … Read more