यह कविता पत्नी के महत्व और उसकी जीवन में भूमिका को दर्शाती है। कविता में पत्नी को जीवन साथी, दोस्त, और घर की देवी के रूप में प्रस्तुत किया गया है।
वह हर सुख और दुःख में साथ देती है, उसकी मुस्कान और खामोशी दोनों ही परिवार के लिए सहारा और प्रेरणा बनते हैं। इस कविता के माध्यम से पत्नी के समर्पण, त्याग और स्नेह को सराहा गया है।
पत्नी पर कविता:
साथी जीवन की, सच्ची मित्रा,
संग हर मोड़ पे, होती है खड़ी।
कभी हंसी में, कभी आंसू में,
वो साथ दे, सब दुखों में।
मांग में सिंदूर, आँखों में ख्वाब,
सपनों को साकार करती है हक से,
कभी चुप, कभी हंसती हुई,
उसकी खामोशी भी, शब्दों की मूरत बनी।
सपनों की रानी, घर की देवी,
हर दर्द को छुपा, मुस्कान में छुपाती है,
वो है पतिव्रता, हर कदम पे,
संग चलती है, न थकती है कभी।
धन्य है यह रिश्ता, प्रगाढ़ प्यार का,
पत्नी है वो जो जीवन का सार है।
समझ और सहारा, उसकी वजह से,
जीवन की राहें आसान हो जाती हैं।
अर्थ (Meaning):
कविता में पत्नी को जीवन की साथी के रूप में चित्रित किया गया है, जो हर कदम पर पति और परिवार के लिए समर्थन, प्रेम और बल प्रदान करती है। वह दुखों को चुपचाप सहती है, लेकिन फिर भी हमेशा घर की खुशियों के लिए मुस्कान बनाए रखती है। पत्नी का समर्पण और प्यार घर के हर सदस्य के लिए आशीर्वाद का काम करता है। इस कविता में पत्नी के महत्व को रेखांकित किया गया है, और यह दिखाया गया है कि उसका प्यार परिवार के लिए कितनी महत्वपूर्ण है।
FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न):
- कविता में पत्नी का चित्रण कैसे किया गया है?
कविता में पत्नी को जीवन की साथी, हर खुशी और दुख में साथ देने वाली, और परिवार की ताकत के रूप में दिखाया गया है। वह हमेशा अपनी चुप्पी और मुस्कान से घर को एकजुट करती है। - कविता में पत्नी की कौन सी विशेषताएँ दर्शाई गई हैं?
कविता में पत्नी की समझदारी, सहारा देने की क्षमता, और अपार प्रेम को विशेष रूप से दर्शाया गया है। उसे घर की देवी और परिवार की संरक्षक के रूप में चित्रित किया गया है। - इस कविता का उद्देश्य क्या है?
इस कविता का उद्देश्य पत्नी के योगदान और उसके प्यार को समझना और सराहना है। यह जीवन में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।